Wheel of Dhamma

Bodhi Leaf

 
Patthana
Dhamma Paṭṭhāna, Kammaspur Village, हरयाणा, भारत (इंडिया)
केंद्र का स्थान: वेबसाइट | नक्शा
** यदि अन्यथा उल्लेख न किया गया हो, तो शिविर-निर्देश निम्नलिखित भाषा (भाषाओं) में दिए जाते हैं: हिंदी / अंग्रेज़ी

   “धम्म पट्ठान” से अभिप्राय है, “धर्म में प्रतिष्ठित” I यह वह स्थान है जहाँ बुद्ध ने प्रसिद्ध  महासुत्त की देशना दी थी, जिसमें विपश्यना का सार दिया गया है I दिल्ली बस टर्मिनल (कश्मीरी गेट) से 45 किलोमीटर की दूरी पर सात एकड़ की हरी-भरी भूमि पर स्थित यह धर्म केंद्र पुराने और गंभीर साधकों हेतु उपयुक्त है I जैसा कि महासत्तिपट्ठान सुत्त में उल्लेखित है कि कुरुपप्रदेश में एक निगम था जिसे “कमासधम्म” कहा जाता था I उसी ऐतिहासिक स्थान पर यह केंद्र स्थित है जहाँ बुद्ध ने सत्तीपट्ठान और अन्य महत्वपूर्ण सुत्तों की  देशना दी थी I     

 
 

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प्रश्न पुछने के लिए ईमेल: info@patthana.dhamma.org

सभी शिविर पूर्णतया दान के आधारपर चलते है. सभी खर्च उनके दानसे पूर्ण होते है, जो शिविर पूर्ण करके विपश्यना का लाभ अनुभव करनेपर दूसरोंको यही मौका देना चाहते है. आचार्य अथवा सहायक आचार्य कोई मुहफ्जा नहीं पाते; वह तथा शिविर में सेवा देनेवाले सेवक अपना समय स्वेच्छापूर्ण रूपसे देते है. इस प्रकार विपश्यना व्यावसायिकरण से मुक्त रूप में दी जाती है.

पुराने साधक याने वो, जिन्होनें स. ना. गोयन्काजी अथवा उनके सहायक आचार्यों के साथ किमान एक १०-दिवसीय शिविर पूर्ण किया है.

पूराने साधकों को नीचे दिये गए शिविरों में धम्मसेवा का अवसर प्राप्त हो सकता है.

द्विभाषी शिविर ऐसे शिविर है जो दो भाषाओंमें सिखायें जाते है. सभी साधक दैनंदिन साधना की सुचनाएँ दो भाषाओंमें सुनेंगे. श्यामके प्रवचन अलग से सुनाये जायेंगे.

ध्यान शिविर दोनों केंद्र और गैर - केंद्र स्थानों पर आयोजित किया जाता हैं. ध्यान केंद्र शिविरों को साल भर नियमित रूप से आयोजित करने में समर्पित हैं. इस परंपरा में ध्यान केंद्र स्थापित करने से पहले सभी शिविर कैंप, धार्मिक स्थान, चर्च और इस तरह के रूप में अस्थायी जगहोमें आयोजित किये गये. आज, जहां विपश्यना क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय साधकों द्वारा केंद्र अभी तक स्थापित नहीं किया गया है, ऐसे क्षेत्रों में १० दिन ध्यान शिविर गैर-केंद्र शिविर स्थलों पर आयोजित किया जाता हैं.