विपश्यना
सत्यनारायण गोयन्काजी द्वारा सिखायी गयी
साधना
सयाजी ऊ बा खिन की परंपरा मैं
छोटी आनापान साधना - श्री एस.एन.गोयन्का द्वारा एक परिचयात्मक सत्र
दिशानिर्देश
- छोटा आनापान सत्र एक शांत हॉल या ध्यान के लिए उपयुक्त कक्ष में आयोजित किया जाना चाहिए
- प्रतिभागियों को पूरे सत्र के दौरान पीठ सीधी रखकर बैठकर पुरी शांतता रखकर सुनिये और सावधानीसे अभ्यास करना चाहिए
- सत्रको मेजबानी करनेवाली व्यक्ति या किसी अन्य व्यक्तीको कोइभी निर्देश, सजीव अथवा रेकॉर्डेड देना नही चाहिए; निर्देश केवल श्री गोयनका के छोटे आनापान रिकॉर्डिंग की ही होना चाहिए
- एक छोटे आनापान सत्र में भाग लेने के लिए कोई भी शुल्क नहीं होना चाहिए
टिप:छोटे आनापान सत्र में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को इस परंपरा में 'पुराना छात्र "के रूप में नहीं माना जाएगा, "केवल पुराने छात्रों के लिए" के रूप में नामित किसी भी कार्यक्रम में भाग नहीं ले सकते।